Yatharth bhakti bodh
Yatharth bhakti Satya Kabir ji,
Sant Rampal Ji Maharaj dwara Diya Gaya Gyan Satya hai
तत्वदर्शी संत के द्वारा दी गई साधना भक्ति जो वेद से प्रमाणित है, वेद प्रभु का संविधान है, प्रभु के द्वारा पांच वेद लिखे गए थे, जिसमें 5 वेद" काल भगवान (ज्योति निरंजन) को मिले थे, काल भगवान ने तत्वज्ञान भक्ति रस का पांंचवा वेद को ही नष्ट कर दिया,
(वेद क्यों नष्ट कर दिया, काल ब्रह्म मनुष्य के साथ कैसे धोखा करता है, जानने के लिए नीचे पुस्तक की लिंक दी गई है )
(ज्योति निरंजन (काल ब्रह्म) को सतलोक में कबीर प्रभु के द्वारा श्राप दिया गया था)
जिसको पूर्ति करने के लिए खुद ही "कबीर प्रभु" तत्वदर्शी संत बन कर आते हैं , और जन-जन को ज्ञान बताकर सत् ज्ञान का रास्ता देते हैं, जो मनुष्य प्राणी "सतलोक" से आकर इस पृथ्वी पर भटक चुका है, पांचवे वेद का ज्ञान तत्वदर्शी संत ही आकर देते हैं, जो संसार में एक समय में एक बार ही आते हैं, सतयुग में कबीर जी "सत सुकृत" नाम से आए थे, त्रेता युग में मुनींद्र ऋषि नाम से थे, द्वापर युग "करुणामय" नाम से प्रकट हुए थे, कलयुग में" कबीर "नाम से आए थे, वर्तमान में वही कबीर "संत रामपाल "जी रूप में आए हैं,
कबीर वाणी से लिया गया👇👇
पांंच सहंस अरू पांच सौ,जब कलयुग बीत जाए।
महापुरुष फरमान तब ,जग तारण को आय।।
(दोस्तों संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण प्रभु हैं, जो एक संत के रूप में आए हैं, वर्तमान 2020 समय में )
वेद प्रमाणित करते हैं कि पूर्ण तत्वदर्शी संत तीन बार में नाम दीक्षा भक्ति करने वाले साधक को देता है, जिसमें - प्रथम मंत्र" नीचे दिए गए चित्र के अनुसार दिए जाते हैं जो यह" देवी देवता " शरीर के बने हुए चक्र के कमल रहते हैं,इन देवताओं के मंत्र संत रामपाल जी महाराज के द्वारा दिया जाता है, जो गुप्त होता है।👇👇
दूसरा मंत्र सतनाम होता है, तीसरा मंत्र सारनाम होता है, वह संत रामपाल जी महाराज अपनी इच्छा के अनुसार ही देते हैं, समय आने पर ,,
भक्तों के भक्ति के अनुसार नियम मर्यादा में रहकर तत्वदर्शी संत के द्वारा मंत्र दिया जाता है, जो मंत्र जाप करके मनुष्य को इस पृथ्वी लोक से छुटकारा मिलता है, और उसे आर्थिक लाभ भी मिलता है, प्रभू भक्ति करने के लिए आयु भी बढ़ा देता है, जिसका प्रमाण वेद में है, जिसकी आयु शेष ना हो परमात्मा अपने कोटे से 100 वर्ष आयु प्रदान करता है।
सत् शास्त्र अनुकूल साधना भक्ति विधि
("दोस्तों आपको पुस्तक की लिंक दे रहे हैं इस पुस्तक को डाउनलोड करके जरूर पढ़ेंं, सतगुरु रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेकर भक्ति करें, अपना अनमोल मानुष जन्म सफल करें, अपने परिवार को परमात्मा के चरणों में लगाएं ")
Download English book
pdf Gyan Ganga
👇👇
https://www.jagatgururampalji.org/gyan_ganga_english.pdf it
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Sant Rampal Ji Maharaj dwara Diya Gaya Gyan Satya hai
तत्वदर्शी संत के द्वारा दी गई साधना भक्ति जो वेद से प्रमाणित है, वेद प्रभु का संविधान है, प्रभु के द्वारा पांच वेद लिखे गए थे, जिसमें 5 वेद" काल भगवान (ज्योति निरंजन) को मिले थे, काल भगवान ने तत्वज्ञान भक्ति रस का पांंचवा वेद को ही नष्ट कर दिया,
(वेद क्यों नष्ट कर दिया, काल ब्रह्म मनुष्य के साथ कैसे धोखा करता है, जानने के लिए नीचे पुस्तक की लिंक दी गई है )
(ज्योति निरंजन (काल ब्रह्म) को सतलोक में कबीर प्रभु के द्वारा श्राप दिया गया था)
जिसको पूर्ति करने के लिए खुद ही "कबीर प्रभु" तत्वदर्शी संत बन कर आते हैं , और जन-जन को ज्ञान बताकर सत् ज्ञान का रास्ता देते हैं, जो मनुष्य प्राणी "सतलोक" से आकर इस पृथ्वी पर भटक चुका है, पांचवे वेद का ज्ञान तत्वदर्शी संत ही आकर देते हैं, जो संसार में एक समय में एक बार ही आते हैं, सतयुग में कबीर जी "सत सुकृत" नाम से आए थे, त्रेता युग में मुनींद्र ऋषि नाम से थे, द्वापर युग "करुणामय" नाम से प्रकट हुए थे, कलयुग में" कबीर "नाम से आए थे, वर्तमान में वही कबीर "संत रामपाल "जी रूप में आए हैं,
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पांंच सहंस अरू पांच सौ,जब कलयुग बीत जाए।
महापुरुष फरमान तब ,जग तारण को आय।।
(दोस्तों संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण प्रभु हैं, जो एक संत के रूप में आए हैं, वर्तमान 2020 समय में )
वेद प्रमाणित करते हैं कि पूर्ण तत्वदर्शी संत तीन बार में नाम दीक्षा भक्ति करने वाले साधक को देता है, जिसमें - प्रथम मंत्र" नीचे दिए गए चित्र के अनुसार दिए जाते हैं जो यह" देवी देवता " शरीर के बने हुए चक्र के कमल रहते हैं,इन देवताओं के मंत्र संत रामपाल जी महाराज के द्वारा दिया जाता है, जो गुप्त होता है।👇👇
भक्तों के भक्ति के अनुसार नियम मर्यादा में रहकर तत्वदर्शी संत के द्वारा मंत्र दिया जाता है, जो मंत्र जाप करके मनुष्य को इस पृथ्वी लोक से छुटकारा मिलता है, और उसे आर्थिक लाभ भी मिलता है, प्रभू भक्ति करने के लिए आयु भी बढ़ा देता है, जिसका प्रमाण वेद में है, जिसकी आयु शेष ना हो परमात्मा अपने कोटे से 100 वर्ष आयु प्रदान करता है।
सत् शास्त्र अनुकूल साधना भक्ति विधि
("दोस्तों आपको पुस्तक की लिंक दे रहे हैं इस पुस्तक को डाउनलोड करके जरूर पढ़ेंं, सतगुरु रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेकर भक्ति करें, अपना अनमोल मानुष जन्म सफल करें, अपने परिवार को परमात्मा के चरणों में लगाएं ")
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Bahut bi achha or nirnayak gyan 🙏
ReplyDeleteAisa nirnayak gyan pahle kabhi nahi suna tha thanks sant Rampal ji maharaj
ReplyDeleteTHANKS SANTRAMPAL JI MAHRAJ
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