" Devi Durga Vishesh story "

" दोस्तों भारत नहीं पूरे विश्व में नकली गुरुओं ने समाज को गलत भक्ति दिशा देकर बर्बाद कर रखा है, इसलिए सत्य साधना से अवश्य जुड़ें "
"नकली धर्म गुरुओं को त्याग दो इन कथावाचक पंडितों को त्यागो इन्होंने गलत दिशा देकर समाज को एक और पाप की तरफ ढकेल दिया है"
संसार के विशेष हिंदू मानव समाज का मानना है कि देवी दुर्गा हमारी मां है।
" प्रभु की प्राप्ति के लिए नाम दीक्षा लेकर भक्ति करना उचित है जिसका वेद समर्थन करते हैं "
📕 दुर्गा जी पर विशेष लाखों प्रकार के फिल्म गाने भी तैयार हो चुके हैं जो समाज में एक चाकू की तरह सीने में चुभ रहे हैं और हमें रुला रहे हैं कि भगवान की प्राप्ति इन गानों बजानो से ही होगी, लेकिन सत्य कुछ और है जिस पर देवी दुर्गा ने स्वयं यह कहा है कि मेरी पूजा को ना करें, यह बातें पर्वतराज हिमालय से कहती हैं कि उस ब्रह्म की पूजा करो जो ब्रह्मलोक में रहता है और उसका ओम मंत्र है"
 ब्रह्म लोक में गए हुए प्राणी पुनः जन्म और मृत्यु में हैं इसका प्रमाण देवी नहीं दे पाती है और श्रीमद्भगवद्गीता ने दिया है क्योंकि देवी दुर्गा को पूर्ण ज्ञान नहीं है और वह एक बहन है"
📕 दुर्गा ने संसार की उत्पत्ति की विशेष हिंदू धर्म के लोगों का मानना है ,
लेकिन सत्यत का प्रमाण-पत्र कुछ प्रमाणों के अनुसार इस तरह है जो आज समाज को ग्रहण करना चाहिए।
देवी दुर्गा की उत्पत्ति कबीर सााहिब के वचन से हुआ है।
आज भारत के विशेष हिंदू मंदिरों में दुर्गा जागरण पूजा का महत्वपूर्ण समय दिया है, गलत पूजा साधना करके लोग अपना समय नष्ट कर रहे हैं, लोगों का मानना है कि हम माता को प्राप्त करेंगे, इससे में लाभ मिलेगा, लेकिन शास्त्र गीता अध्याय 16 श्लोक 23 24 में इस तरह से कहा है कि जो पुरुष शास्त्र के अनुसार पूजा नहीं करता है उसका पतन निश्चित है उसे कोई लाभ नहीं मिलता,
शास्त्र के अनुसार पूजा करना है मनुष्य का मूल कर्तव्य है जिसको श्लोक 24 में स्पष्ट कर दिया है।
 इसलिए अध्याय 4 श्लोक 34 में तत्वदर्शी संत की शरण में जाने के लिए कहा है।
लोग एक दिखावे की तरह एक दूसरे पर उतरे और इधर उधर भागते हैं उन लोगों का मानना है कि हम गलत साधना करके ही भगवान को प्राप्त करेंगे लेकिन शास्त्र में तत्वदर्शी की शरण में जाने के बाद ही आपको कंप्लीट ज्ञान होगा और आपके पाप कर्म कटेंगे‌।
*देवी पुराण में दुर्गा जी ने ब्रह्म ज्योति निरंजन को ही उत्तम बताया है जो हिमालय पर्वत राज से अपना बात करती है*
अधिक जानकारी संत रामपाल जी महाराज की शरण में ही प्राप्त होगी क्योंकि संत रामपाल जी महाराज ने सत्संग प्रवचन के माध्यम से प्रमाणित बात रखी की भक्ति करने का प्रावधान इस तरह से है।
दोस्तों नकली धर्मगुरु ने समाज को शास्त्र के विरुद्ध ज्ञान देकर हमारे परिवार को दिशा से भ्रमित किया है ,अच्छी दिशा प्राप्त करने से भ्रमित कर रखा है और वह कथा भागवत करके अपने परिवार के लिए रोजी-रोटी इकट्ठा कर रहे हैं ,जो यह गलत परंपरा चली यह मनुष्य के लिए समाज नाशक है इसलिए शास्त्र अनुकूल साधना करना चाहिए ‌।
भारत में लाखो हजारों नकली धर्मगुरु हैं जो समाज को गलत दिशा दे रहे हैं सही दिशा मार्ग पकड़ने के लिए आप ज्ञान गंगा पुस्तक को पढ़िए जो संत रामपाल जी महाराज की लिखित पुस्तक है, और संत रामपाल जी से नाम दीक्षा लेकर अपना मनुष्य जन्म सफल करें लख चौरासी प्रकार के योनि से छुटकारा पाएं।
✓ [संत रामपाल जी से नाम दीक्षा के लिए हमारे ब्लॉक पोस्ट में लिंक है जिसको क्लिक करके अपना पूरा पता विवरण डालकर नाम दीक्षा ग्रहण कर सकते हैं आप किसी भी देश प्रदेश में रहते हैं आपको नाम दीक्षा डीवीडी के माध्यम से प्राप्त होगी ]
विशेषकर नाम दीक्षा ग्रहण वाले व्यक्तियों से निवेदन है कि संत रामपाल जी महाराज के नियम पर चले और संत रामपाल जी महाराज के वचन का पालन करें ।
धन्यवाद 🙏

Comments

  1. बहुत अच्छा! प्रमाणिक ज्ञान यह जो दिया जा रहा है यह समाज को नई दिशा दे रहा है इसका पालन करके हम सब सही राह पर चल सकते हैं l

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