शराबी व्यक्ति बना नेक इंसान

" रमेश नाम का व्यक्ति बिजनेस के घाटे में पीने लगा शराब किस तरह से परिवर्तन हुआ देखिए पूरी वीडियो को " 


"मनुष्य जीवन के सफर में कांटे बहुत हैं, कांटे सरलता से निकल सकते हैं, विधि यहां बताई गई है"

दोस्तों दुनिया में जो लोग शराब पीते हैं, इसका कोई जरूर कारण रहा है,

 आइए जानते हैं कुछ पोस्ट के द्वारा और कुछ वीडियो के द्वारा से।

१- शराब पीने का कुछ मकसद रहता की किसी ना किसी बिजनेस में - घाटा आ जाना।

२- लोग 12 घंटे 8 घंटे ड्यूटी करने के बाद थकान को कम करने के लिए भी शराब पीने लगते।

३- दवाई के रूप में लोग शराब का सेवन आजकल करते।

४- होली दीपावली ईद बकरीद क्रिसमस व अन्य त्यौहार पर लोग खुशी के रूप मे भी त्योहार पर शराब पीकर मस्त रहते।

५- यार दोस्ती में एक दूसरे की देखा देखी लोग बचपन से ही शराब पीने लगते।

६- मानसिक टेंशन सर दर्द या इच्छा प्रबल के अनुसार लोग शराब पीने रहे होते।

७- गीत संगीत नाच गाना नौटंकी व अन्य प्रोग्राम पर भी लोग शराब पीकर अपना फर्ज अदा करते हैं।

यहां पर एक प्रश्न सूचक चिन्ह बन जाता है कि लोग शराब क्यों पीते हैं??

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प्रभु के मार्ग में मनुष्य को शराब पीना पाप कर्म है।

 एक बार शराब पीने से 70 बार कुत्ते का जन्म जीवात्मा को प्राप्त होता है, फिर जब 70 बार शराब पिएगा तो कितनी बार कुत्ते बनेगा ? इस तरह गुणा करके देखा जाए तो एक जीवात्मा का जन्म कितनी बार कुत्ते का होता है ? और वह अन्य जन्मो में कितनी बार घूमता है ?

 "मनुष्य मन के द्वारा चलता है मन स्वयं काल क्रिया है जो मनुष्य को दूषित करता है"

"मन को काबू करने के लिए सतगुरु से नाम लेना पड़ता है"

सतयुग ,त्रेता युग ,द्वापर युग, कलयुग चार युग में संसार में प्रभु संत रूप में आकर तत्वज्ञान दिशा बताता है ,

जिसको लाखों मनुष्य ज्ञान ग्रहण कर अपना लाभ उठा लेते हैं ,

जो ज्ञान से अपरिचित रहते उसको फिर दूसरे योनियों में जाना पड़ता है"

बार-बार जन्म लेना संतों की वाणी में 8400000 प्रकार की योनिया (खानी से जीवात्मा भ्रमण कर कर मनुष्य जन्म प्राप्त होता है 

( 83 लाख 99 हजार 999 के बाद एक मनुष्य जन्म का सौभाग्य प्राप्त होता है)

मनुष्य जन्म सौभाग्य सिर्फ प्रभु भक्ति के लिए ही मिलता है अन्य प्रकार की योनि से भटकता प्राणी कुत्ता गधा बिल्ली क्या कर्म भोग रहा है? वह आप इस आंखों के द्वारा देख रहे हैं।

संसार के मनुष्य प्राणी को शराब नहीं पीनी चाहिए क्योंकि शराब पीने से पाप लगता है और दूसरों को पिलाने से अधिक पाप लगता है ,

यह संतों की वाणी में भी बताया गया है।

मां के गर्भ से जब बच्चा पैदा होने के बाद वह अपनी पिछली यादाश्त को भूल जाता है, और समाज में आकर गंदे कर्म शराब जैसे पदार्थ पीकर बर्बाद होता फिर वह मृत्यु शैया पर से अपनी जिंदगी काट के दूसरी योनि में जाता जिस जिस पर कर्म आधार से उसका जीवन प्राप्त होता।

संसार के सभी लोगों से अनुरोध है कि शराब ना पिए ,अपने परिवार को सुखी देखें, अपने परिवार से मिलकर चलें ,और अपना खर्चा सीमित रखें, सत्संग संत रामपाल जी का सुने और दान धर्म सेवा करने के लिए संत रामपाल जी से नाम दीक्षा ग्रहण करें, अपना कल्याण कर अपने परिवार का कल्याण कराएं, विश्व में शास्त्र अनुकूल साधना तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के द्वारा दी जा रही है इस भक्ति से लाखों परिवार सुधर चुके हैं और परमात्मा की भक्ति कर रहे आप भी भक्ति करें 

अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए संत रामपाल जी महाराज जी की लिखित पुस्तक ज्ञान गंगा, जीने की राह ,अंध श्रद्धा भक्ति खतरा ए जान जरूर पढ़ें ।

 पीडीएफ डाउनलोड करके भी पढ़ सकते हैं

Pdf book link 

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https://dmkabira.blogspot.com/2020/04/pdf-book-download.html

 वीडियो लिंक 👇👇

https://youtube.com/c/SatlokAshramNewsChannel

धन्यवाद



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