Srishti Karta Kabir Sahib
"सृष्टि की रचना स्वयं साहेब कबीर ने की थी"
सृष्टि की रचना प्रभु कबीर ने की थी, आदि सनातन प्रभु कबीर रहे हैं, कबीर साहेब सतयुग त्रेता द्वापर कलयुग में प्रकट होकर इस संसार में आकर मनुष्य प्राणियों को तत्वज्ञान बताया करते थे, प्रभु कबीर का निजी स्थान सतलोक है जहां पर प्रभु कबीर स्वर्ण के सिंहासन पर विराजमान हैं, प्रभु कबीर स्वयं परमात्मा है जो एक मनुष्य की तरह सतलोक में रहते हैं इनका शरीर है बिना नाड़ी तंत्र का बना हुआ है जिसका प्रमाण वेद करते हैं अधिक जानकारी के लिए आप ज्ञान गंगा, जीने की राह पुस्तक पढ़ सकते हैं जिसमें आपको प्रमाणित है दिया जाएगा,
और अधिक जानकारी के लिए संत रामपाल जी महाराज की सत्संग वीडियो को देखना होगा जिसको आप हिंदी और इंग्लिश में वीडियो देख सकते हैं,
इसके लिए आप सतलोक आश्रम फेसबुक ,यूट्यूब, पिनटरेस्ट ,लिंकडइन पर संपर्क कर सकते हैं।
सतलोक आश्रम न्यूज़ की तरफ से आपकी शंका का समाधान किया जाएगा जिसके लिए आश्रम की तरफ से नंबर दिए जाते हैं,उन नंबरों से आप फोन करके संपर्क कर सकते हैं ।
अन्य जानकारी ले सकते हैं।
कबीर साहेब का प्रमाण बाइबल, कुरान शरीफ, गुरु ग्रंथ साहिब, श्रीमद्भगवद्गीता की पुस्तक में बहुत ही विस्तार पूर्वक से बताया गया है,
"कबीर साहेब प्रभु है यह स्वयं जानकारी संत रूप में आकर स्वयं ही इस संसार में प्रकट करते हैं"
"कबीर साहेब सभी आत्मा के पिता भी हैं"
कबीर साहेब इस पृथ्वी पर संत रूप में प्रकट होते हैं, शिशु रूप में सतलोक से आकर नि: संतान दंपति को प्राप्त होते हैं।
कबीर साहेब साधु रूप में किसी भी नेक आत्मा को मिल जाते हैं, और उनको सतलोक की जानकारी देते हैं,
कबीर साहेब कविताओं, लोक्तियां ,मुहावरों के माध्यम से समाज में अपना ज्ञान प्रकट किया था,और आज भी उनकी शिक्षाओं पर लोग चलते हैं,
कबीर साहेब का शरीर है बिना रक्त के बना हुआ है,
कबीर साहेब के शरीर में हड्डी नहीं है,
कबीर साहेब के निम्नलिखित उदाहरण वेद प्रमाणित करते हुए,
कबीर साहेब भारत के विभिन्न प्रकार के लोगों को प्राप्त हुए हैं जिसकी फोटो भी नीचे हम दे रहे हैं, कबीर साहेब iran-iraq अमेरिका आस्ट्रेलिया जर्मनी किसी भी देश में प्रकट होकर अपना ज्ञान बताया था,
प्रभु की जानकारी के लिए पीडीएफ डाउनलोड करके पढ़ें 👇
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