Republic Day 2020 watch 15 August 1947
🇮🇳भारत के इस इतिहास पर्व पर दो शब्द परमेश्वर से संबंधित जरूर पढ़ें। आपके लिए और आपकी पीढ़ी के लिए है 🇮🇳
"Kabir Is God " 🌎
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के इस न्याय पर,डॉ राजेंद्र प्रसाद, सरदार वल्लभभाई पटेल, मौलाना अब्दुल कलाम पंडित जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी व अन्य सभी काम स्वागत करते हैं।
आशा करते हैं कि यह कदम आपके परिवार पर जरूर लागू होगा और आप इस पर आज से ही संकल्प लेंगे।
26 जनवरी 1950 के इस पहलू से हमारे बच्चों के संस्कार, हमारे परिवार के संस्कार, हमारी मानसिकता पर निर्भर होता है। इस पर्व पर हमें यह संदेश मिलता है कि जो भी सामाजिक बुराई है उसको खत्म करके हम शिक्षा की ओर चलेंगे और झूठ नहीं बोलेंगे शांति मन भाव से शहीद नेताओं को याद करके प्रभु का सुमिरन करेंगे और जो भी कार्य करेंगे वह हम सच करेंगे अर्थात न्याय के साथ करेंगे।
"हमारे राष्ट्रीय ध्वज का रंग सफेद,केसरिया, हरा है। झंडे में लगा हुआ अशोक चिन्ह एक सूर्य की भांति चलने को दर्शाता कि एक नेक रास्ते पर चलते रहे हैं"
सत्यमेव जयते।
मित्रों आप सभी का स्वागत करते हुए" स्वयं ज्ञान के दिशा निर्देश से व अध्यात्मिक अध्यापक तत्व ज्ञान गुरु के बताए नेक रास्ते पर चलने का प्रयास किया है, जो आप भी इस कदम पर जरूर चलें।
"वेद " कबीर देव"
गीता, बाइबल ,कुरान सरीफ,गुरु ग्रंथ साहिब प्रभु का संविधान है,
इन पुस्तक में प्रभू के संविधान के विषय में लिखा है।
पवित्र इन पुस्तकों में लिखा है इस आधार पर मानव समाज को चलना चाहिए, और इन पुस्तकों का आदर करना चाहिए, अगर आप इन पुस्तकों का अनादर करते हैं फिर आपको धर्मराज के लोक में घोर दंड दिया जाएगा जो एक प्रभू संविधान है।
वेद प्रमाणित करते हैं कि प्रभु " कबीर "है जो सतलोक में रहता है ,और वह गति करके पृथ्वी पर तीन स्थितियों में आता है ,एक तो नवजात शिशु में ,दूसरे रूप संत मे, तीसरे में किसी नेक आत्मा को किसी भी रूप में प्रकट होकर दर्शन देता और उससे बातचीत करता है। और नेक रास्ते पर चलने का भक्ति करने की दिशा प्रदान करता है यह है प्रभु का संविधान।
चार वेद आदि सनातन प्रभु के विषय में तत्वज्ञान दर्शाता है जिसका विवरण गीता में बताया गया है।
वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज के ज्ञान के द्वारा सामाजिक बुराई करोड़ों लोगों ने छोड़ दी जैसे कि शराब पीना, मांस खाना, बीड़ी पीना, सिगरेट पीना, झूठ बोलना, चोरी करना, जारी करना करना व अन्य प्रकार की दूषित (पाप) की बुराई को छोड़कर प्रभु के कदम पर चलकर भक्ति कर रहे हैं।
मांस खाना शराब पीना व अन्य पदार्थ पान मसाला बीड़ी सिगरेट यूज करना यह महापाप है।
Kabir Is God One
संत रामपाल जी महाराज के शिष्य किसी भी प्रकार का नशा पदार्थ है नहीं यूज़ करते नाही अन्य सामाजिक बुराई जैसे कि दहेज लेना फिल्म देखना नाचना -गाना कोई भी यह निम्न प्रकार के कार्य नहीं करते ,तंबाकू पान मसाला बीड़ी सिगरेट यह छूते भी नहीं है क्योंकि यह छूने से पाप है।
संत रामपाल जी महाराज ही भारत व पूरे विश्व के जगतगुरु होंगे, जो सत्य ज्ञान और परमात्मा से प्राप्त होने वाले लाभ को बता कर आपकी मानसिकता को बदलेंगे ,जिसके लिए आप संसार में आए हो वह "भक्ति "ही है मानव शरीर सिर्फ भक्ति के लिए मिला है अन्य सभी निर्वाह तो आपको अपने लिए और परिवार के लिए करने होते, लेकिन अंत समय जब अकेला मानव जाता है वह कुछ लेकर नहीं जाता खाली हाथ जाता है ।लेकिन संत रामपाल जी महाराज आपको कुछ देकर जाएंगे और वह है "सतनाम "सारनाम जिसको प्राप्त करके आप ,सतलोक चले जाएंगे जहां से यह आत्मा आई हुई है,और सतलोक में गए हुए प्राणी मनुष्य आत्मा का "नूर तत्व"का शरीर होता है जो कभी नाश नहीं होता, सतलोक में पृथ्वी जैसे सुख है ,और वहां अजर अमर सुख है ,मनुष्य स्त्री और पुरुष है।
दोस्तों 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान बनकर कंप्लीट हो गया ,और इस संविधान के अनुसार देश के विभिन्न शहीद नेताओं को याद करते हुए अपना दिन अच्छा महसूस करते हैं,और कोई भी प्रकार की बुराई नहीं ग्रहण करते ,तिरंगा झंडा फहराते हुए बताया जाता है, कि नेक रास्ते पर चलना, लेकिन कुछ क्षणों के बाद आप सभी भूल जाते हैं, और आप नाना प्रकार के दूषित पदार्थ यूज करते हैं ,यह एक बीमारी जो आपकी मानसिकता की सोच है ।
इसको बदलने के लिए आप सतगुरु रामपाल जी महाराज के दिशा अनुसार चलना होगा, और (सतगुरु रामपाल जी महाराज का ज्ञान 1000 वर्षों तक चलेगा इस पृथ्वी पर जो मनुष्य प्राणी रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर "भक्ति करेगा वह सतलोक चला जाएगा ,संत रामपाल जी महाराज डीवीडी के माध्यम से नाम दीक्षा देते हैं,
संत रामपाल जी महाराज शरीर छोड़ने के बाद 1000 वर्षों तक यह ज्ञान चलेगा, डीवीडी के माध्यम से नाम दीक्षा चलेगी ,यह संत रामपाल जी महाराज सत्संग अमृत वचनों में बताते हैं)
जो भक्ति नहीं करेगा समय अनुसार - p. f. p tens काल सिलेक्ट है।
काल भगवान किसी भी समय आपके कर्म के अनुसार मृत्यु कर सकता है ,जो यह गलत कार्य करवाता यह काल" ब्रह्म "है इसने मनुष्य के साथ धोखा किया है जिसको गीता अध्याय 11 श्लोक 32 में बताया गया है कि मैं काल हूं सर्व लोकों को खाने के लिए प्रकट हुआ हूं।
इसलिए अध्याय 18 श्लोक नंबर 62,68 में यह बताया गया है कि उस परमेश्वर की शरण में जाओ
Kabir Is God
श्रीमद्भगवद्गीता के कई श्लोकों में तत्वदर्शी संत का विवरण दिया गया है अध्याय 4 श्लोक नंबर 34 में बताया गया है तत्वदर्शी संत से मार्ग ग्रहण करो ।
(ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र है यह चार धर्म काल भगवन द्वारा निर्धारित किए गए हैं ,यह गीता में बताया गया है )
(यह काल ब्रह्म कौन है ?अधिक जानकारी के लिए नीचे पुस्तक भी जा रहीं है)
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई जैन हम सभी एक परमात्मा के बच्चे हैं और हम सभी को एक रास्ते पर चलना चाहिए क्योंकि हम एक मांस और एक खून के हैं हमारा एक प्रभु है जिसका नाम "कबीर "है वह पूजा के योग्य है व कुरान शरीफ में इसको इबादह "कबीरा "बताया गया है
दोस्तों यह कबीर देव एक संत के रूप में चलकर आया है, जो आज वर्तमान 2020 "संत रामपाल है "जिसका जिक्र कबीर सागर में बताया गया है।
कबीर सागर ,गरीबदास महाराज की वाणी ,नानक साहिब की वाणी यह दर्शाती है कि यह कबीर परमात्मा संत रूप में आता है।
अधिक जानकारी के लिए "जीने की राह" पुस्तक आप sms करके मंगवा सकते हैं, या फिर pdf डाउनलोड करने के लिए नीचे लिंक दी गई है जिसको जरूर पढ़ें और इस जन्म मृत्यु से स्वतंत्र होकर सतलोक को जाए।
सहयोग में आपका दास प्रवीण कुमार उत्तर
प्रदेश।
त्रुटि के लिए खेद है ।
धन्यवाद।
सत्यमेव जयते जय हिंद 🇮🇳
"Kabir Is God " 🌎
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के इस न्याय पर,डॉ राजेंद्र प्रसाद, सरदार वल्लभभाई पटेल, मौलाना अब्दुल कलाम पंडित जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी व अन्य सभी काम स्वागत करते हैं।
आशा करते हैं कि यह कदम आपके परिवार पर जरूर लागू होगा और आप इस पर आज से ही संकल्प लेंगे।
26 जनवरी 1950 के इस पहलू से हमारे बच्चों के संस्कार, हमारे परिवार के संस्कार, हमारी मानसिकता पर निर्भर होता है। इस पर्व पर हमें यह संदेश मिलता है कि जो भी सामाजिक बुराई है उसको खत्म करके हम शिक्षा की ओर चलेंगे और झूठ नहीं बोलेंगे शांति मन भाव से शहीद नेताओं को याद करके प्रभु का सुमिरन करेंगे और जो भी कार्य करेंगे वह हम सच करेंगे अर्थात न्याय के साथ करेंगे।
"हमारे राष्ट्रीय ध्वज का रंग सफेद,केसरिया, हरा है। झंडे में लगा हुआ अशोक चिन्ह एक सूर्य की भांति चलने को दर्शाता कि एक नेक रास्ते पर चलते रहे हैं"
सत्यमेव जयते।
मित्रों आप सभी का स्वागत करते हुए" स्वयं ज्ञान के दिशा निर्देश से व अध्यात्मिक अध्यापक तत्व ज्ञान गुरु के बताए नेक रास्ते पर चलने का प्रयास किया है, जो आप भी इस कदम पर जरूर चलें।
"वेद " कबीर देव"
गीता, बाइबल ,कुरान सरीफ,गुरु ग्रंथ साहिब प्रभु का संविधान है,
इन पुस्तक में प्रभू के संविधान के विषय में लिखा है।
पवित्र इन पुस्तकों में लिखा है इस आधार पर मानव समाज को चलना चाहिए, और इन पुस्तकों का आदर करना चाहिए, अगर आप इन पुस्तकों का अनादर करते हैं फिर आपको धर्मराज के लोक में घोर दंड दिया जाएगा जो एक प्रभू संविधान है।
वेद प्रमाणित करते हैं कि प्रभु " कबीर "है जो सतलोक में रहता है ,और वह गति करके पृथ्वी पर तीन स्थितियों में आता है ,एक तो नवजात शिशु में ,दूसरे रूप संत मे, तीसरे में किसी नेक आत्मा को किसी भी रूप में प्रकट होकर दर्शन देता और उससे बातचीत करता है। और नेक रास्ते पर चलने का भक्ति करने की दिशा प्रदान करता है यह है प्रभु का संविधान।
चार वेद आदि सनातन प्रभु के विषय में तत्वज्ञान दर्शाता है जिसका विवरण गीता में बताया गया है।
वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज के ज्ञान के द्वारा सामाजिक बुराई करोड़ों लोगों ने छोड़ दी जैसे कि शराब पीना, मांस खाना, बीड़ी पीना, सिगरेट पीना, झूठ बोलना, चोरी करना, जारी करना करना व अन्य प्रकार की दूषित (पाप) की बुराई को छोड़कर प्रभु के कदम पर चलकर भक्ति कर रहे हैं।
मांस खाना शराब पीना व अन्य पदार्थ पान मसाला बीड़ी सिगरेट यूज करना यह महापाप है।
Kabir Is God One
संत रामपाल जी महाराज के शिष्य किसी भी प्रकार का नशा पदार्थ है नहीं यूज़ करते नाही अन्य सामाजिक बुराई जैसे कि दहेज लेना फिल्म देखना नाचना -गाना कोई भी यह निम्न प्रकार के कार्य नहीं करते ,तंबाकू पान मसाला बीड़ी सिगरेट यह छूते भी नहीं है क्योंकि यह छूने से पाप है।
संत रामपाल जी महाराज ही भारत व पूरे विश्व के जगतगुरु होंगे, जो सत्य ज्ञान और परमात्मा से प्राप्त होने वाले लाभ को बता कर आपकी मानसिकता को बदलेंगे ,जिसके लिए आप संसार में आए हो वह "भक्ति "ही है मानव शरीर सिर्फ भक्ति के लिए मिला है अन्य सभी निर्वाह तो आपको अपने लिए और परिवार के लिए करने होते, लेकिन अंत समय जब अकेला मानव जाता है वह कुछ लेकर नहीं जाता खाली हाथ जाता है ।लेकिन संत रामपाल जी महाराज आपको कुछ देकर जाएंगे और वह है "सतनाम "सारनाम जिसको प्राप्त करके आप ,सतलोक चले जाएंगे जहां से यह आत्मा आई हुई है,और सतलोक में गए हुए प्राणी मनुष्य आत्मा का "नूर तत्व"का शरीर होता है जो कभी नाश नहीं होता, सतलोक में पृथ्वी जैसे सुख है ,और वहां अजर अमर सुख है ,मनुष्य स्त्री और पुरुष है।
दोस्तों 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान बनकर कंप्लीट हो गया ,और इस संविधान के अनुसार देश के विभिन्न शहीद नेताओं को याद करते हुए अपना दिन अच्छा महसूस करते हैं,और कोई भी प्रकार की बुराई नहीं ग्रहण करते ,तिरंगा झंडा फहराते हुए बताया जाता है, कि नेक रास्ते पर चलना, लेकिन कुछ क्षणों के बाद आप सभी भूल जाते हैं, और आप नाना प्रकार के दूषित पदार्थ यूज करते हैं ,यह एक बीमारी जो आपकी मानसिकता की सोच है ।
इसको बदलने के लिए आप सतगुरु रामपाल जी महाराज के दिशा अनुसार चलना होगा, और (सतगुरु रामपाल जी महाराज का ज्ञान 1000 वर्षों तक चलेगा इस पृथ्वी पर जो मनुष्य प्राणी रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर "भक्ति करेगा वह सतलोक चला जाएगा ,संत रामपाल जी महाराज डीवीडी के माध्यम से नाम दीक्षा देते हैं,
संत रामपाल जी महाराज शरीर छोड़ने के बाद 1000 वर्षों तक यह ज्ञान चलेगा, डीवीडी के माध्यम से नाम दीक्षा चलेगी ,यह संत रामपाल जी महाराज सत्संग अमृत वचनों में बताते हैं)
जो भक्ति नहीं करेगा समय अनुसार - p. f. p tens काल सिलेक्ट है।
काल भगवान किसी भी समय आपके कर्म के अनुसार मृत्यु कर सकता है ,जो यह गलत कार्य करवाता यह काल" ब्रह्म "है इसने मनुष्य के साथ धोखा किया है जिसको गीता अध्याय 11 श्लोक 32 में बताया गया है कि मैं काल हूं सर्व लोकों को खाने के लिए प्रकट हुआ हूं।
इसलिए अध्याय 18 श्लोक नंबर 62,68 में यह बताया गया है कि उस परमेश्वर की शरण में जाओ
Kabir Is God
श्रीमद्भगवद्गीता के कई श्लोकों में तत्वदर्शी संत का विवरण दिया गया है अध्याय 4 श्लोक नंबर 34 में बताया गया है तत्वदर्शी संत से मार्ग ग्रहण करो ।
(ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र है यह चार धर्म काल भगवन द्वारा निर्धारित किए गए हैं ,यह गीता में बताया गया है )
(यह काल ब्रह्म कौन है ?अधिक जानकारी के लिए नीचे पुस्तक भी जा रहीं है)
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई जैन हम सभी एक परमात्मा के बच्चे हैं और हम सभी को एक रास्ते पर चलना चाहिए क्योंकि हम एक मांस और एक खून के हैं हमारा एक प्रभु है जिसका नाम "कबीर "है वह पूजा के योग्य है व कुरान शरीफ में इसको इबादह "कबीरा "बताया गया है
दोस्तों यह कबीर देव एक संत के रूप में चलकर आया है, जो आज वर्तमान 2020 "संत रामपाल है "जिसका जिक्र कबीर सागर में बताया गया है।
कबीर सागर ,गरीबदास महाराज की वाणी ,नानक साहिब की वाणी यह दर्शाती है कि यह कबीर परमात्मा संत रूप में आता है।
अधिक जानकारी के लिए "जीने की राह" पुस्तक आप sms करके मंगवा सकते हैं, या फिर pdf डाउनलोड करने के लिए नीचे लिंक दी गई है जिसको जरूर पढ़ें और इस जन्म मृत्यु से स्वतंत्र होकर सतलोक को जाए।
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https://www.jagatgururampalji.org/jeene-ki-rah.pdसहयोग में आपका दास प्रवीण कुमार उत्तर
प्रदेश।
त्रुटि के लिए खेद है ।
धन्यवाद।
सत्यमेव जयते जय हिंद 🇮🇳
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