Family god worship

" Satguru Seva spiritual bhagti quotes "
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प्रमाणित शास्त्रों में जिक्र किया गया है, कि सर्व आत्मा निज स्थान सतलोक पर थींं,
 जहां पर सर्व आत्माओं का निवास था, यह सर्व प्रथम स्थान अजर अमर लोक सतलोक कहा जाता है,
"पृथ्वी से सतलोक स्थान के दूरी 1600 संख कोस की दूरी बताई गई है"
पूर्ण प्रभु का मूल स्थान सतलोक है, जहां पर प्रभु एक ही स्थान पर राजा के समान सोने के सिंहासन पर बैठा हुआ है, उस प्रभु के सिर पर मुकुट है, उसके इर्द-गिर्द सतलोक की हंस आत्माएं चंवर कर रहीं हैंं,
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षोडस भानु हंस को रूपा, बीना सत धुन बजै अनूपा।
हंसा करत चँवर शिर भूपा, सत पुरुष दर्बारा है।।
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पृथ्वी लोक से जो भी मानव सतगुरु से नाम दीक्षा लेकर भक्ति करते हैं,
 जिसके बाद वह सतलोक में जाकर एक आत्मा का 16 सूर्य का शरीर प्रकाशमय में चमकदार हो जाता है,
परमात्मा जहां पर बैठे हैं वहां पर सोने का सिंहासन है, सोने का मुकुट है और हंस आत्माएं चंवर करती हैं।
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सभी भाइयों - बहनों से निवेदन है कि पुस्तक की पीडीएफ डाउनलोड करके जरुर पढ़े, व अपने परिवार को सुरक्षित रखें।
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#सतभक्ति_क्यों_ज़रूरी 
आइए सभी भाई- बहनें पुस्तक की pdf डाउनलोड करके, 
पुस्तक के माध्यम के द्वारा जानते हैं कि सत्य आज तक क्यों छुपाया गया जो यह शास्त्रों में प्रमाण था, और नकली धर्मगुरु ने हम तक यह ज्ञान नहीं बताया।
⤵️⤵️ Pdf god book link 📌
https://dmkabira.blogspot.com/2020/03/download-all-spiritual-book-of-sant.html?m=1

प्रभु की सत्संग शूक्ष्म कबीर वेद वाणी में बताया गया है
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मात-पिता मिल जाएंगे लख चौरासी माहींं।
 सतगुरु सेवा बंदगी, यह फिर मिलन को नहीं।।

"भक्ति मार्ग में मांस खाना, शराब पीना, तंबाकू खाना ,गुटखा खाना ,अफीम खाना, चरस पीना, नाचना -गाना ,पिक्चर देखना यह सब क्रिया करने के लिए मना किया है"
"संत के नियम को फॉलो करने से परमात्मा की प्राप्ति होती है"
True Worship ⤵️

जिन भाइयों बहनों को भक्ति तत्व ज्ञान समझ में आ गया है वह कृपया नाम दीक्षा के लिए फार्म को भरें ⤵️📌
http://bit.ly/NamDiksha

नोट :- संत रामपाल जी महाराज के द्वारा भक्ति मार्ग में कुछ नियम का प्रावधान है जिसको आप को फॉलो करना है 📌
डांस करना नाचना गाना धूम्रपान करना इत्यादि संत के मार्ग में बाधक है वीडियो को जरूर देखें और चैनल को सब्सक्राइब करें 
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