Allah does not eating meat allowed this Kuran book

  नबी मोहम्मद नमस्कार, राम रसूल कहाया।
 एक लाख अस्सी लोगों ने, कभी नही करद चलाया।

गरीब काजी खिलस उठाई ले, तज रोजे की रीत। गरीबदास अल्लाह भजो, यो समय जावेगा बीत गया ।।
👇
 अल्लाह ने कहा है कि समय पर को याद करो मुझे।



🌿🌿☘️☘️
आज हम अपने ब्लॉग के द्वारा एक छोटे सा संदेश आपको दे रहे हैं। प्रभु, अल्लाह, भगवान यह एक ही शक्ति है, और यह अलग-अलग धर्मों में अलग-अलग नाम से जाने जाते हैं, जो सर्वशक्तिमान सत्ता संसार में सभी ब्रह्मडों को। एक साथ गए जा रहे हैं। उस परवरदिगार का नाम "कबीर" है।
 नोट: - इसी तरह प्रभु परवरदिगार ने अपनी तरफ से कोई भी धर्म नहीं बनाया, यह जो संसार में लागू हुआ लोगों ने अपनी इच्छा के अनुसार इसकी रचना की और वैसा ही आगे होती है चली आ रही है।
 कबीर इस संसार में 4 युग में आकर एक संत और फकीर की भूमिका द्वारा नेक आत्मा को मिलकर वाणी व लोकोक्तियां के माध्यम से सुनाकर उस ब्रह्मांड की जानकारी देते हैं जहां से सभी आत्मा आई थी।
 हम ब्लॉग में जो भी पोस्ट की है, वह प्रभु के नाम से सत्य ज्ञान की तरफ ले जाने वाली भूमिका निभाती है "
 सभी शक्तिमान शक्ति "कबीर" यह सबका मालिक है, इस प्रभु ने अपने शरीर से एक शब्द द्वारा सभी आत्मा को प्रकट किया और ब्रह्मा विष्णु महेश भी एक आत्मा के रूप में आकर देव महापुरुष बन गए, इस सत्य जानकारी जो छुपी रही है उसकी " जानकारी "ज्ञान गंगा" और "जीवन की राह" मिलेगी। अपने ग्रंथों में मिलान करके देख सकते हैं।
 हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई यह सब एक ही प्रभु के बच्चे हैं हम इस काल के लोक में आकर कई प्रकार के धर्मों में बांट दिए गए, देखा जाए तो सभी के शरीर में एक जैसा खून और मांस निकलेगा।
जात- पात - धर्म यह एक धोखा है, 
 मनुष्य यदि सत्य ज्ञान से परिचित हो जाए तो फिर एक प्रभु की भक्ति में लगकर उस एक संत से ज्ञान लेकर अपना जीवन सफल कर सकता है, कोई भी ज्ञान समझ कर शराब नहीं पीयेगा, ना मांस खा जाएगा ना किसी जीव की हत्या करेगा, क्योंकि वह ज्ञान से परिचित हो कर प्रभु के संविधान का पालन करेगा।
 कुरान शरीफ सूरत फुरकान 25 आयत 52,58, 59 में कबीर प्रभु का जिक्र है, जिसमें प्रभु ने बहुत कुछ बताया है, अधिक जानकारी के लिए नीचे 
ज्ञान गंगा
 1- हिंदी पुस्तक ज्ञान गंगा
2- इंग्लिश पुस्तक ज्ञान गंगा
👇👇👇👇👇
 किसी दूसरे जीव की हत्या करना व कुर्बानी देना प्रभु के दरबार में सजा है, हत्या करने वाले व्यक्ति को सजा जरूर मिलती है "

 जो लोग अपनी इच्छा के अनुसार मांस खाते हैं वह प्रभु के संविधान को तोड़ रहे हैं, उन्हें घोर नरक में डाला जाता है, इसलिए ज्ञान ज्ञान गंगा
 पुस्तक पढ़कर संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा जरूर लें, नाम दीक्षा लेने के लिए नीचे लिंंक दी जा रही है, लिंंक पर क्लिक करके अपने घर पर मोबाइल विडियो कालिंग के माध्यम से नाम दीक्षा प्राप्त कर सकते हैं, संत रामराज महाराज के कुछ भक्ति अध्यात्मिक नियम है, जो उसका अंतिम सांस तक आपको पालन करना होगा।


भारत में नाम दीक्षा प्राप्त करने वाले सदस्यों के लिए नीचे सूची दी जा रही है
👇


  भारत को छोड़कर अन्य सभी देशों के लिए नाम दीक्षा प्राप्त करने के लिए नाम
 👇
🌿🙏🙏❣️
 सभी आत्मा सतलोक में निवास करती थी, सतलोक से यह आत्मा किस प्रकार इस पृथ्वी पर आई यह जानने के लिए ज्ञान गंगा पुस्तक और जीवन की राह पुस्तक अवश्य पढ़ें ,,, हमारी  वेबसाइट पर इन सभी पुस्तकों का विवरण है, जो शास्त्रों में बताया गया है। है। गया है कि उसको तत्वदर्शी संत प्रभु आकर समाज में सत्य ज्ञान बता कर मनुष्य की शंका का समाधान करते हैं।



Comments

कृपया कमेंट बॉक्स में लिंक ना डालें,

Archive

Contact Form

Send