" गुरु से बड़ा सत्गुरू "

"गुरु और सतगुरु में अंतर क्या होता है? जानिए संत रामपाल जी महाराज के अमृत वचन वीडियो से" 

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"भगवान की पूजा गुरु"
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मनुष्य जन्म में सत्य भक्ति करना सभी मानव समाज के लिए अनिवार्य है, विश्व में शास्त्र अनुकूल साधना भक्ति संत रामपाल जी महाराज के द्वारा दी जा रही है।
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सतगुरु की पहचान हमारे सत्य ग्रंथ जैसे वेद गीता बाइबल कुरान शरीफ में ही बताया गया कि वह तत्वदर्शी संत जिससे मानव समाज का प्राणी नाम दीक्षा लेकर ग्रहण करता है और अंतिम सांस तक सतगुरु के नियम के अनुसार चलता है उस आदमी का मोक्ष होता है अर्थात वह आत्मा सतलोक की वासी बनती है।
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सतगुरु चारों युग में एक संत बन कर आते हैं, और यह सतगुरु परमात्मा होते हैं, जो मानव समाज के व्यक्ति शास्त्रों के नियमों के अनुसार चलकर सतगुरु का ज्ञान ग्रहण करते हैं, उन लोगों को यह मालूम हो जाता है कि वास्तविक सतगुरु ही परमात्मा है ।

वेद प्रमाणित करते हैं कि परमात्मा शिशु रूप में चारों युग में एक अध्यात्मिक भक्ति की लीला करता है, और वह लीलाएं एक पुस्तक में लिख ली जाती है, उसे कबीर वाणी भी कहा जाता है, जिसका समर्थन वेद करते हैं।
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सतगुरु समाज में फैली कुरीतियों को खत्म करता है, जैसे दहेज लेना व देना, नशा :- तंबाकू, शराब, चरस, अफीम कोई भी पदार्थ समाज से खत्म करना, सामाजिक शोषण जहर खाना आत्महत्या करना व अन्य सभी बुराई ज्ञान के द्वारा खत्म की जाती हैं।
बाइबल, कुरान शरीफ ,वेद, गुरु ग्रंथ साहिब इत्यादि धार्मिक पुस्तकों में यह प्रमाणित किया गया है कि परमात्मा एक संत रूप में आकर सतगुरु ही होता है, जो मानव समाज को तत्वज्ञान देकर भक्ति मार्ग की ओर ले चलता है, सत् भक्ति करने के बाद मानव जीवन का कल्याण  होता है व दुखों का संकट खत्म होता है।

अधिक जानकारी के लिए साधना टीवी चैनल शाम 7:30 से 8:30 तक संत रामपाल जी महाराज के प्रवचन सुने
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ज्ञान गंगा, जीने की राह पुस्तक हिंदी / इंग्लिश में डाउनलोड करने के लिए नीचे दी गई लिंक को क्लिक करके pdf  जरूर पढ़ें



Comments

  1. Nice

  2. Very nice blog 👌

  3. True Gyan

  4. ऐसा, निर्मल नाम है निर्मल करे शरीर और ज्ञान सब मंडलीक चकवे ज्ञ्यान,
    कबीर

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